सफेद बाल होने के कारण, सफेद बालों को काला करने के लिए कुछ और उपाय
आजकल लोगों में सफेद बालों की समस्या ट्रेंड में है। भागदौड़ भरी जिंदगी और बिगड़े लाइफस्टाइल के चलते उम्र से पहले बालों का सफेद होना और बालों का टूटना एक आम समस्या बन गई है। वर्तमान समय में करीब 70 फीसदी लोग उम्र से पहले सफेद बालों की समस्या से परेशान है। धड़ल्ले से अपने पैर पसार रही इस समस्या के लिए केवल प्रदूषण ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि इसके पीछे लोगों का आहार भी एक बहुत बड़ा कारण है।ई कोशिकाओं के उगने से हेयर फोलीसेल्स पुरानी कोशिकाओं को बाहर निकाल फेंकते हैं, यही बाल उगने की प्रक्रिया होती है। यह प्रक्रिया तीन चरणों को पूरा करती है, जिसमें ऐनाजेन (बढ़ना), केटाजेन (रुकना) और टेलोजेन (झड़ना) शामिल हैं। टेलोजेन के बाद ही नए बाल उगने की प्रक्रिया फिर से शुरू होती है। बाल बढ़ने के दौरान उन्हें पिगमेंट से रंग प्राप्त होता है। उम्र के साथ-साथ बालों में पिगमेंट की मात्रा कम होने लगती है और परिणामस्वरूप बाल सफेद होने लगते हैं।
सफेद बाल होने के कारण –
अनुवांशिकता: असमय बाल सफेद होने का एक कारण अनुवांशिकता भी है। यह कारक निर्धारित करता है कि उम्र के किस पड़ाव में आकर आपके बालों में पिगमेंट की कमी होनी शुरू होगी।
मेलानिन की कमी : मेलानिन एक प्राकृतिक रंगद्रव्य है, जो अधिकांश जीवों में पाया जाता है। सही पोषण न मिलने के कारण शरीर में इसकी कमी होने लगती है और फलस्वरूप बाल सफेद होने लगते हैं।
चिकित्सीय स्थिति : थायराइड, विटामिन-बी12 की कमी व पिट्यूटरी ग्रंथियों में समस्या आदि के कारण भी बालों के सफेद होने के आसार बढ़ जाते हैं।
तनाव : बाल सफेद होने का एक कारण तनाव भी है। तनाव से शरीर बुरी तरह प्रभावित होता है, जिसका एक नकारात्मक प्रभाव बालों का सफेद होना भी है।
रसायन : रसायन युक्त शैंपू, साबुन व हेयर डाई आदि का उपयोग बाल सफेद होने का कारण बन सकता है। यह समस्या एलर्जी की वजह से भी हो सकती है।
अन्य कारण : बाल सफेद होने के और भी कई कारण हो सकते हैं, जिसमें प्रदूषण, जलवायु व हेयर डाई में बदलाव आदि भी शामिल हैं।
सफेद बालों को काला करने के लिए कुछ और उपाय
हरी पत्तेदार सब्जियां
भागदौड़ भरी जिंदगी और हर चीज में मिलावट के चलते आलकल एक संतुलित और भरपूर डाइट ले पाना एक चुनौती हो गया है। कई लोग आॅफिस की भागमभाग के चलते नाशता करते ही नहीं है और दोपहर में बाहर का खाना खाते हैं। ये चीजें सफेद बालों के साथ-साथ हमें और भी कई तरह से नुकसान पहुंचाती हैं। सफेद बालों से बचने का सबसे अच्छा और सरल मार्ग हरी सब्जियों का सेवन है। हरी सब्जियों में विटामिन बी-6, विटामिन बी-12 और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं। जो लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करते हैं और बालों को सफेद होने से रोकते हैं।
मछली का सेवन
मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड का सबसे अच्छा स्त्रोत है। मछली अपने आप में ही एक संपूर्ण डाइट के समान है। जो लोग मछली का सेवन करते हैं उन्हें आसानी से कोई बीमारी नहीं छूती है। बालों को सफेद होने से बचाने के लिए समुद्री मछलियों को सेवन करना चाहिए। समुद्री मछली जैसे- सालमन में सेलेनियम होता है। यह गुण बालों को सफेद करने वाले हार्मोन को रोकता है। जिन लोगों को सफेद बालों की समस्या है उन्हें सप्ताह में 1 बार मछली का सेवन जरूर करना चाहिए।
अखरोट और बादाम
सफेद बालों की समस्या से घिरे लोगों के लिए अखरोट और बादाम का सेवन किसी वरदान से कम नहीं है। रोजाना सुबह भीगे हुए 4 बादामों का सेवन करने से सफेद बालों की समस्या पर अंकुश लगता है। बादाम के तेल से मालिश करने से भी काफी आराम मिलता है। बादाम में भरपूर मात्रा में कॉपर और विटामिन-ई पाया जाता है। जो बालों को पोषण देता है।
आंवला
आंवला ना सिर्फ आंखों के लिए बल्कि बालों के लिए भी रामबाण उपाय है। जिन लोगों को सफेद बाल, बालों का टूटना और रफ होना जैसी समस्याएं होती हैं उनके लिए आंवले का सेवन बहुत फायदेमंद है। आंवला बालों के लिए एक तरह से टॉनिक का काम करता है। रोजाना सुबह एक आंवला आपके बालों और पूरे शरीर की सेहत को ठीक रखता है।
प्याज का रस
प्याज को बारीक काट लें और जैतून के तेल के साथ मिला लें। अब सूती कपड़े से मिश्रण को निचोड़ें और रस निकाल लें। इस रस से करीब 10 मिनट तक स्कैल्प की मसाज करें। आधे घंटे बाद बालों को शैंपू से धो लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में दो बार दोहराएं।
सफेद बालों के घरेलू उपचार के तौर पर प्याज का इस्तेमाल वर्षों से किया जा रहा है। प्याज का रस कैटलस से समृद्ध होता है , जो एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम के रूप में काम करता है। असमय सफेद बालों से निजात पाने के लिए आप प्याज के रस का प्रयोग कर सकते हैं।
शीशम का तेल
दो चम्मच शीशम का तेल, दो चम्मच नारियल का तेल, गर्म तौलिया, शीशम और नारियल के तेल को हल्का गर्म कर लें। अब तेल से 10 मिनट तक स्कैल्प की मसाज करें। अब तौलिये को गर्म पानी में डालकर निचोड़ लें और फिर इससे सिर को 30 मिनट के लिए ढक लें। 30 मिनट बाद बाद बालों को शैंपू से धो लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में दो-तीन बार करें।
सफेद बालों की समस्या के लिए आप शीशम के तेल का प्रयोग कर सकते हैं। यह एक प्राकृतिक हर्बल रंग है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है । यह आपको सफेद बालों की समस्या से निजात दिला सकता है। आप बताए गए तरीके से इसका इस्तेमाल नारियल तेल के साथ कर सकते हैं।
अरंडी और सरसों का तेल
एक चम्मच अरंडी का तेल, दो चम्मच सरसों का तेल, अरंडी और सरसों के तेल को मिलाकर हल्का गर्म कर लें। अब स्कैल्प और बालों पर लगाकर 10 मिनट तक मसाज करें। 30 मिनट बाद बालों को शैंपू से धो लें। हफ्ते में दो-तीन बार यह प्रक्रिया दोहराएं।
सफेद बालों के उपचार के लिए आप अरंडी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका प्रयोग नारियल के तेल के साथ करने से फर्क जल्दी दिखता है। अरंडी के तेल में ओमेगा-6 फैटी एसिड पाया जाता है, जो असमय बालों की सफेदी से निजात दिलाने का काम करता है। इसमें हुमेक्टैंट नामक एक और तत्व पाया जाता है, जो बालों को मॉइश्चर करता है।
मैथी के बीज
दो चम्मच मैथी के बीज, कप का एक चौथाई पानी, मैथी के बीजों को रातभर के लिए पानी में रहने दें। सुबह पानी के साथ ही बीजों को ग्राइंडर में डालकर पेस्ट बना लें। पेस्ट बनाने के लिए थोड़े और पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।अब पेस्ट को स्कैल्प और बालों पर लगाएं। लगभग 45 मिनट बाद बालों को शैंपू और कंडीशनर से धो लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में एक-दो बार करें।
मैथी के बीज विटामिन-सी, आयरन, पोटेशियम और लाइसिन जैसे पोषक तत्व से समृद्ध होते हैं, ये मिलकर न सिर्फ बालों को असमय सफेद होने से रोकते हैं, बल्कि स्कैल्प को स्वस्थ बनाने का काम भी करते हैं। सफेद बालों की समस्या से निजात पाने के लिए आप मैथी का प्रयोग कर सकते हैं।
तुरई
सूखी कटी हुई तुरई, एक कप नारियल का तेल,एक एयर टाइट कंटेनर में नारियल का तेल और सूखी कटी हुई तुरई डालें । कंटेनर को बंद कर चार दिन के लिए छोड़ दें। इसके बाद दो चम्मच तेल कंटेनर से निकालें और हल्का गर्म करें। अब तेल से स्कैल्प और बालों की 15 मिनट तक मसाज करें। 30 मिनट तक बालों में तेल लगा रहने दें। अब शैंपू और कंडीशनर से बालों को धो लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में दो-तीन बार करें।
सफेद बालों के लिए तुरई टॉनिक की तरह काम करती है, जो गहराई तक जाकर बालों के फॉलिकल्स को पोषित करती है। तुरई में एंजाइम मौजूद होते हैं, जो बालों में पिगमेंट को बढ़ाने का काम करते हैं। यह घरेलू तरीका बालों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ बालों के प्राकृतिक रंग को बरकरार रखने में मदद करता है। सफेद बालों की समस्या से निजात पाने के लिए आप तुरई का इस प्रकार प्रयोग कर सकते हैं।
जवाकुसुम
तीन चम्मच सूखे जवाकुसुम के फूल और जवाकुसुम की पत्तियां एक चम्मच आंवला पाउडर, पानी की मदद से जवाकुसुम के फूल, पत्तियों और आंवला पाउडर को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। अब इस पेस्ट को स्कैल्प और बालों पर लगाएं। पेस्ट को 45 मिनट तक सिर पर लगे रहने दें। अब शैंपू और कंडीशनर से बालों को धो लें। यह प्रक्रिया हफ्ते में दो बार दोहराएं।
जवाकुसुम का इस प्रकार इस्तेमाल बालों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद है। यह बालों के रोम को मजबूत करने के साथ-साथ बालों की सफेदी को रोकने का काम करता है। जवाकुसुम में कैल्शियम फास्फोरस, आयरन, विटामिन-बी1, विटामिन-सी, रिबोफ्लाविन और नियासिन होते हैं, जो मिलकर बालों को स्वस्थ बनाते हैं और समय से पहले सफेद होने से रोकते हैं ।










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ReplyDeleteWas worried with grey hair
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